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UPSC Cse की तैयारी कैसे शुरू करें ?


सर्वप्रथम की आप के मन में ये नहीं होना चाहिए कि आप कर सकते हैं या नहीं, या कैसे होगा, कब तक होगा; बस करना ही है चाहे कैसे भी हो । 🙂

चरण 1

सबसे पहले आप अच्छे से पता कर लें की UPSC क्या है? कौनसी परीक्षाएं आयोजित करवाते हैं और कौन कौन से पद दिए जाते हैं । फिर CSE के बारे में भी ऐसी ही कुछ मोटी मोटी जानकारियां प्राप्त कर लेवें। (ज्यादा विस्तार में जाने की जरूरत नहीं है।)

UPSC क्या है, पद इत्यादि पूरी जानकारी ➚

चरण 2

अब आपको जानना चाहिए कि IAS बनने (CSE परीक्षा पास करने) के लिए क्या पढ़ना पड़ेगा; जैसे कि पाठ्यक्रम क्या है?, किताबें कौनसी पढ़नी है? इत्यादि बाते: जो कि यूट्यूब पर देख सकते हो। ( पाठ्यक्रम में ज्यादा उलझने की जरूरत नहीं है बस एक बार देख लो थोड़ा सा ) ।

आधिकारिक पाठ्यक्रम PDF ➚

चरण 3

अब Google या YouTube पर जाओ और लिखो UPSC Cse Booklist, आपको किताबों की एक लिस्ट मिल जाएगी; चार- पांच लिस्टों को देखकर जो ठीक लगे एक लिस्ट उठा लो, (एक बात और, जब आप कई लिस्टें देखोगे तो लोग किसी भी विषय के लिए अलग अलग किताबें बता रहे होंगे, तो आपको करना क्या है की उन सभी किताबों के क्रॉस चेक रिव्यू देखने है जो कि यूट्यूब पर मिल जाएंगे, फिर अपने लिए कोई 3 किताबों को प्राथमिकता से लिख लेना है कि ये किताब मिल गई तो अच्छा है नहीं तो ये वाली लेकर आ जाऊंगा। ) इस प्रकार से आपको सभी विषयों के लिए किताबों की एक सूची बनानी है

चरण 4

अब राजधानी जैसे किसी बड़े शहर जाओ और इन किताबों को ले आओ, ऑनलाइन न मंगवाना दो गुना महंगी मिलती है, किताबों की कीमत लगभग 200 से 400 रुपए के बीच रहती है 10,000 में कुछ नोट बुक वगेहरा सब कुछ आ जाएगा। एक बार में ही अधिकतर चीजे ले आओ ( फिर आपकी इच्छा)।

चरण 5

किताबें लाते ही किसी भी चार विषयों को उठाओ और कान बंद करके पढ़ना शुरू कर दो, हो गई UPSC Cse की तैयारी शुरू ।।।।।

जैसे कि; इतिहास, राजनीति, भूगोल, कला व संस्कृति

आपको NCERT से शुरू करने की कोई जरूरत नहीं है।

मैं बता रहा हूं, भले ही आपको कुछ भी पता न हो, आप कुछ नहीं जानते आगे क्या होगा, कितना पढ़ना होता है, परीक्षाएं कितनी और कब कब होती है, आपको नहीं पता कि किस प्रकार से पढ़ना है फिर भी बस पढ़ना शुरू कर दो; समय के साथ सब कुछ अपने आप पता चलने लग जाएगा, जैसे जैसे आगे बढ़ते जाओगे वैसे वैसे रस्ता दिखता जाएगा।

एक बात याद रखना :

हम 'कैसे पढ़ना है' समझने के चक्कर में इतना समय खराब कर देते है जितने में सायद हम उस चीज को दो बार पढ़ लेते।



अन्य काम की बातें

प्रथम अध्ययन में कितनी गहराई से पढ़ना है?

यह अच्छा सवाल है, क्योंकि जब आप पढ़ना शुरू करेंगे तो शुरुआत में आपको एक ही विषय में काफी समय लग रहा होगा तो इतने सारे विषयों के पढ़ने की चिंता बढ़ जाएगी ।

चिंता की कोई बात नहीं है आपको पहली बार में केवल मुख्य विषय ( भूगोल, राजनीति, आर्थिक विकास) को ही गहराई से पढ़ना है उनके भी शुरुआती कुछ अध्यायों को ही विस्तार से पढ़ना है बाकी सभी को केवल एक बार नजर से निकाल लेना है ताकि अनुमान लग जाए कि कितना कुछ क्या पढ़ना है ।

कुछ भी याद करने की जरूरत नहीं है बस केवल एक बार समझ लो, क्योंकि अभी आपको पता नहीं होगा की कौनसी जानकारी उपयोगी है और कौनसी नहीं ।

"प्रथम अध्ययन में उतना ही पढ़ना है जितने में की आप पाठ्यक्रम व पुराने प्रश्नों को अच्छे से समझ सको।"
"प्रथम अध्ययन में उसी अनुपात में समय लगाना है जितना कि आप मुली निकालने के लिए मिट्टी हटाने में लगाते हो"

समस्याओं को कैसे हल करना है ?

समस्याएं हर रोज आएगी और ऐसी आएगी जिसका खुद से हल ठूंठ पाना बहुत मुश्किल है, इसलिए जब आप किताबें लाएं तो एक किताब UPSC की तैयारी से संबंधित भी ले आएं जैसे कि विजय अग्रवाल सर की एक किताब आती है "आप IAS कैसे बनेंगे" , बहुत अच्छी किताब है इसका दूसरा भाग भी बाजार में उपलब्ध है आप ला सकते हैं।

इसके अतिरिक्त आप अपनी समस्याओं को किसी पेज पर लिखकर भी अपने आप से सवाल जवाब करके हल कर सकते हैं
जैसे कि पहले तो आप लिख लेवें की :-
1) आपको क्यों लगता है कि समस्या आ रही है ?
2) फिर लिख लेवें की क्या समस्याएं आ रही है?
3) उसके बाद उन सभी समस्याओं में से छोटी छोटी समस्याओं का हल निकालते हुए आगे बढ़ना है

यदि कोई बड़ी समस्या आ जाए और खुद से हल नहीं निकाल पा रहे हैं तो आप उसे YouTube या Google पर सर्च कर सकते हैं या हमें भी Email करके पूछ सकते हैं ।

नोट्स बनाने की चिंता :

नोट्स अभी से बिल्कुल भी नहीं बनाने हैं क्योंकि अभी तक आपको पाठयक्रम का सही से ज्ञान नहीं है और इस बारे में भी कोई अनुमान नहीं है कि प्रश्न किस प्रकार से पूछे जाते हैं इसलिए नोट्स दोबारा पढ़ते वक्त बना लेना सही रहेगा। अभी तो बिल्कुल भी नहीं ।

घर पर पढ़ाई का माहौल कैसे बनाएं :

अधिकतर लोग घर से ही तैयारी करते हैं पर अच्छी पढ़ाई के लिए अलग कमरे की सुविधा बहुत कम लोगों के पास ही है। ऐसे में घर वाले या फिर बच्चे डिस्टर्ब करते रहते हैं या कोई पड़ोसी आ जाता है। इन सबसे पढ़ाई पर गहरा असर पड़ता है।
यद्यपि समस्याएं है फिर भी आप पढ़ाई का माहौल बना सकते हैं बस आपके मन में होना चाहिए कि हां मुझे पढ़ना है वैसे भी UPSC कोई हलवाई का एग्जाम तो है नहीं।

अगर आप गांव से हैं और घर में अलग कमरा नहीं है तो कोई बात नहीं, आप अपने दोस्तों को बुलाकर एक छोटी सी झोंपड़ी बना सकते हैं, दो दिन लगेंगे बस । ( करना पड़ता है यार, पश्चिमी राजस्थान में ऐसा करके बहुत बच्चे पढ़ रहे हैं, और हां हंसने वालो को हंसने देना क्योंकि विद्यार्थी जीवन में बेशर्मी ही सर्वोच्च चरित्र है 😁)

और अगर आप शहर में है और घर में इधर उधर चलने वालों से डिस्ट्रब हो रहे हैं (जैसे कि माताश्री कुछ भी बोलती रहती है) तो एक काम कीजिए की किसी भी कॉर्नर में जहां आपने अपनी पढ़ाई का तामझाम किया हुआ है उसके चारों ओर साड़ी से एक घेरा बना लीजिए, जिससे कि आपके घरवालों की नजर आप पर न पड़े। ( सच बता रहा हूं बहुत फर्क पड़ता है नजरबंद जगह पर पढ़ने से)।

पढ़ाई में मन लगाने के लिए चारों और थोड़ा किताबें वगेहरा पढ़ाई की चीजे रखिए माहौल अपने आप बन जाएगा(पढ़ाई की जगह पर केवल पढ़ाई कीजिए) ।

निरंतरता से पढ़ नहीं पा रहे ?

निरंतरता में सबसे बड़ी बाधा दिमाग में चलने वाली बकबक है, इसके भी कई कारण है जैसे कि आप लगातार एक ही विषय को पढ़ रहे हो या बोरिंग विषय पढ़ रहे हो, बार बार मोबाइल खोल रहे हो या किसी तरीके से सोचने लग जाने वाली जानकारियां ग्रहण कर रहे हो इत्यादि ।

लंबे टाइम टेबल से भी निरंतरता बाधित होती है क्योंकि आप चाहे जैसा भी टाइम टेबल बना ले, ढाई दिन ही चलेगा ।

घर के काम या ऐसी बहुत सी चीजें होती है जिससे आपकी निरंतरता बाधित हो सकती है पर आपको चाहिए कि आप अपना टाइम टेबल अपनी समस्याओं और परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ही बनाए ।

निरंतरता बनाए रखने के लिए आप वीडियो स्टडी भी #StudyWithMe प्रचलित तरीके से कर सकते हैं, यह अपने आप पर काबू पाने का काफी अच्छा तरीका है ।

बाधाओं को समझो और एक एक करके सभी का समाधान करें, अपने आपको को कंट्रोल करने की कोशिश करो, और कोई उपाय नहीं है ।

पारिवारिक समस्याएं

देखो! हमारे लक्ष्य ना चूह और बिल्ली वाले गेम की तरह है जहां बिल्ली को टेडे मेडे रास्ते से चूहे तक पहुंचना होता है परन्तु रस्ते में बहुत सारे भटकाव होते हैं, जानवर और आग पत्थर होते हैं। तो जिन समस्याओं को खत्म करने की शक्ति उस गेम में बिल्ली को मिली हुई होती है उन समस्याओं को वो बिल्ली खत्म कर देती है और जो खत्म न हो रही हो उसे कमजोर करके या भटकाकर आगे बढ़ जाती है तथा वो समस्याएं पीछे पीछे चलती रहती है। जैसे ही बिल्ली चूहे तक पहुंचती है यानी कि गेम जीतती है समस्याएं अपने आप खत्म हो जाती है।

तो आप अपने जीवन में भी ऐसा ही कीजिए जों समस्याओं को आप खत्म कर सकते हैं उन्हें तुरंत कर दे भले ही एक दो दिन लग जाए, और जो खत्म नहीं हो रही है या आपके हाथ में नहीं है उन्हें अपने दिमाग से निकाल दे और पढ़ाई पर ध्यान दें क्योंकि आपके पास इसके अतिरिक्त कोई और विकल्प ही नहीं है। जिस दिन आप अपनी मंजिल प्राप्त कर लेंगे उस दिन सभी लोग आपके पक्ष में हो जाएंगे ।



Posted: 30/09/2022, Friday


अच्छा है !
खुशी की बात है।
इससे अच्छा और क्या होगा ।।