UPSC मुख्य परीक्षा भारतीय भाषा पेपर विस्तार से हल पाठ्यक्रम
यहां पर हिंदी भाषा पेपर का upsc द्वारा जारी ऑफिशियल सिलेबस दिया गया है, साथ में सिलेबस के कीवर्ड्स को अच्छे से समझाया गया है, साथ ही पिछले वर्षों की परीक्षाओं में आए प्रश्नों का प्रारूप दिया है, इस पेपर की तैयारी करने की रणनीति भी दी गई है, चलो शुरू करें।
UPSC द्वारा जारी किया गया संक्षिप्त पाठ्यक्रम
- लघु निबंध (100 अंक)
- दिए गए गद्यांश को समझना (12*5=60 अंक)
- संक्षेपण (60 अंक)
- अंग्रेजी से भारतीय भाषा में अनुवाद (20 अंक)
- भारतीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद (20 अंक)
- शब्द प्रयोग तथा शब्द भंडार (10+10+10+10= 40 अंक)
इस प्रश्न पत्र का उद्देश्य संबंधित भारतीय भाषा में अपने विचारों को स्पष्ट तथा सही रूप में प्रकट करना तथा गंभीर तर्कपूर्ण गद्य को पढ़ने और समझने में उम्मीदवार की योग्यता की परीक्षा करना है।
पाठ्यक्रम का विस्तार से सरलीकरण
लघु निबंध
भारतीय भाषा प्रश्नपत्र में अधिकांश बार प्रथम प्रश्न लघु निबंध का आता है जिसमें चार विकल्प दिए हुए होते हैं उन चारों में से आपको किसी एक टॉपिक पर 600 शब्दों में निबंध लिखना होता है। यह निबंध 100 अंकों का होता है।
निबंध आसान टॉपिक्स पर ही पूछे जाते है, उदाहरण के लिए आप 2021 के प्रश्नपत्र के निबन्ध देख सकते हैं
- बच्चों में कुपोषण की समस्या
- वैश्विक शांति की चुनौतियाँ
- मातृभाषा और प्राथमिक शिक्षा
- किराये की कोख की सामाजिक स्वीकृति
1. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 600 शब्दों में निबन्ध लिखिए :
इस प्रश्नपत्र में निबंध लेखन से तात्पर्य निबंध कला को जांचने से नहीं है बल्कि उस विशेष भारतीय भाषा में आपके गद्य लेखन की क्षमता को परखना है।
दिए गए गद्यांश को समझना
लघु निबंध के बाद दूसरा प्रश्न सामान्यतः गद्यांश का होता है जिसमें हमेशा 5 प्रश्न पूछे जाते हैं। इनका उत्तर भी उसी गद्यांश को पढ़कर ही देना होता है ।
प्रत्येक प्रश्न 12 अंक का होता है मतलब सम्पूर्ण प्रश्न 60 अंक का, ध्यान देने वाली बात है कि इन प्रश्नों के उत्तर कितने शब्दों में देने है इस बात की जानकारी UPSC द्वारा नहीं दी गई है यह आपके सामान्य ज्ञान पर छोड़ दिया गया है
इस गद्यांश की भाषा साधारण होती है न कि CSAT पेपर की तरह उल्टे सीधे तथ्यों वाले गद्यांश।
संक्षेपण
संक्षेपन का मतलब है किसी बात को छोटा करके लिखना।
इस पेपर का तीसरा प्रश्न लगभग हमेशा संक्षेपण से ही आता है, जिसमे 450 शब्दों में दिए गए गद्य को लगभग एक तिहाई शब्दों में लिखना होता है
यह प्रश्न 60 अंकों का है।
ध्यान देने वाली बात है कि इसका संक्षिप्तरूप लिखते वक्त दिए गए गद्य का शीर्षक इत्यादि अतिरिक्त जानकारी लिखने से मनाही की गई है।
भारतीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद
इसमें अनुवाद के लिए आपको भारतीय भाषा में एक गद्य दिया जाता है जिसे आपको अंग्रेजी में अनुवाद करना होता है
यह अनुवाद प्रश्न 20 अंकों का तथा दिया गया गद्य लगभग 150 से 200 शब्दों का होता है ।
समझने वाली बात है कि यहां पर आपकी व्याकरण क्षमता को परखा जाता है न कि अंग्रेजी को। इसका तात्पर्य है कि आप हिंदी में दी गई किसी भी जानकारी को अंग्रजी भाषी व्यक्ति को समझाने में कितने योग्य है।
अंग्रेजी से भारतीय भाषा में अनुवाद
भारतीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद की तरह ही एक प्रश्न अंग्रेजी से भारतीय भाषा में अनुवाद का आता है यह प्रश्न भी 20 अंकों का ही होता है।
इस प्रश्न का उद्देश्य अंग्रेजी भाषी व्यक्ति द्वारा कही गई जानकारी को आप भारतीय भाषा में किस तरह से लेते हैं इस बात की परख करना हैं।
इन प्रश्नों में दिए गए गद्यों की भाषा काफी उलझी हुई और लंबे विचारों वाले वाक्यों का प्रयोग होता है। हालांकि इसमें NCERT द्वारा उपयोग की जाने वाली सामान्य शब्दावली का ही प्रयोग किया जाता है।
शब्द प्रयोग तथा शब्द भंडार
इस प्रश्न में आपको 5-5 बिंदुओं के 5 प्रश्नों का समूह देखने को मिलेगा। जिसकी अंक योजना कुछ इस प्रकार होगी {(2*5)+(2*5)+(2*5)+(2*5)= 40 अंक}
इसे और गहराई से ऐसे समझ सकते हैं जैसे की पहले प्रश्न में पांच मुहावरे दे कर आपसे प्रत्येक मुहावरे का अर्थ व वाक्य प्रयोग पूछ लिया जाए। अत: प्रत्येक मुहावरा 2 अंक का व पूरा खंड प्रश्न 10 अंक का होगा। (2*5=10), और ऐसे ही कुल पांच प्रश्न पूछे जाते हैं।
इस प्रश्न के अन्तर्गत शब्द शुद्धि, वाक्य शुद्धि, मुहावरे, लोकोक्तियों, तत्सम- तद्भव , पर्यायवाची, उपसर्ग, विशेषण इत्यादि पूछा जा सकता है।
ध्यान देने वाली बात है कि अगर किन्हीं इन पांच प्रश्नों में से कोई एक प्रश्न मुहावरों पर पूछा जाता है तो उस प्रश्न के अन्तर्गत दिए गए पांचों बिंदु भी मुहावरों से संबंधित ही होंगे ऐसा नहीं होगा कि कोई एक बिंदु वाक्य सुद्धी हेतु दे दिया जाए।
इसे आप 2021 में आए प्रश्न से और गहराई से समझ सकते हैं।
- आँख खुलना (2 अंक)
- आकाश चूमना (2 अंक)
- पानी में आग लगाना (2 अंक)
- टेढ़ी खीर (2 अंक)
- धोखे की टट्टी (2 अंक)
Q6.(a) निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ स्पष्ट करते हुए उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए: (2x5m=10)
हिंदी भाषा पेपर की तैयारी की रणनीति
- पाठ्यक्रम को समझें: सबसे पहले, UPSC द्वारा निर्धारित हिंदी भाषा के पेपर का सिलेबस ध्यान से पढ़ें। यह आपको यह जानने में मदद करेगा कि आपको किन विषयों पर ध्यान केंद्रित करना है।
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें: पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करने से आपको परीक्षा पैटर्न और प्रश्नों के प्रकार के बारे में समझने में मदद मिलेगी।
- व्याकरण और शब्दावली पर ध्यान दें: हिंदी भाषा के पेपर में व्याकरण और शब्दावली का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसके लिए हिंदी व्याकरण की पुस्तकों और शब्दकोश का उपयोग करें।
- निबंध और पत्र लेखन का अभ्यास करें: हिंदी में निबंध और पत्र लेखन का नियमित अभ्यास करें। इससे आपकी लेखन क्षमता में सुधार होगा और आप विभिन्न विषयों पर अपने विचार स्पष्ट रूप से व्यक्त कर पाएंगे।
- पठन सामग्री का चयन करें: अच्छी हिंदी पठन सामग्री का चयन करें। हिंदी के प्रमुख समाचार पत्र, पत्रिकाएँ, और साहित्यिक कृतियों को पढ़ें। इससे आपकी भाषा की समझ और शब्दावली में वृद्धि होगी।
- समय प्रबंधन: परीक्षा में समय प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है। अपने समय को अच्छी तरह से प्रबंधित करें ताकि आप सभी प्रश्नों का उत्तर समय पर दे सकें।
- नियमित अभ्यास: नियमित रूप से हिंदी भाषा के विभिन्न पहलुओं का अभ्यास करें। इससे आपकी तैयारी मजबूत होगी और आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करें: हिंदी भाषा की तैयारी के लिए कई ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध हैं। इनका उपयोग करके आप अपनी तैयारी को और बेहतर बना सकते हैं।
- मॉक टेस्ट: नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें। इससे आपको अपनी कमजोरियों का पता चलेगा और आप उन्हें सुधारने में सक्षम होंगे।
- विश्लेषण और सुधार: मॉक टेस्ट और अभ्यास प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करें और अपनी गलतियों से सीखें। इससे आपकी तैयारी और भी बेहतर होगी।
हिंदी भाषा पेपर को तैयार करने की टॉपर्स की रणनीति
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1. अनु कुमारी (AIR 2, UPSC CSE 2017)
रणनीति:
- सिलेबस की गहन समझ: अनु कुमारी ने सबसे पहले हिंदी भाषा के सिलेबस को अच्छी तरह से समझा और उसके अनुसार अपनी तैयारी की योजना बनाई।
- नियमित अभ्यास: उन्होंने नियमित रूप से हिंदी व्याकरण, निबंध, और पत्र लेखन का अभ्यास किया। इससे उनकी लेखन शैली में सुधार हुआ और वे समय प्रबंधन में भी कुशल हो गईं।
- अच्छी पठन सामग्री: अनु ने हिंदी के प्रमुख समाचार पत्र, पत्रिकाएँ, और साहित्यिक कृतियों को पढ़ा। इससे उनकी भाषा की समझ और शब्दावली में वृद्धि हुई।
- मॉक टेस्ट: अनु कुमारी ने नियमित रूप से मॉक टेस्ट दिए और अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन किया। इससे उन्हें अपनी कमजोरियों का पता चला और वे उन्हें सुधारने के लिए काम कर सकीं।
2. टीना डाबी (AIR 1, UPSC CSE 2015)
रणनीति:
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अध्ययन: टीना डाबी ने पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का विस्तृत विश्लेषण किया। इससे उन्हें प्रश्नों के पैटर्न और महत्त्वपूर्ण विषयों का पता चला।
- समीक्षा और सुधार: उन्होंने नियमित रूप से अपने अभ्यास और मॉक टेस्ट का विश्लेषण किया। अपनी गलतियों को समझने और उन्हें सुधारने के लिए उन्होंने अतिरिक्त समय दिया।
- लेखन कौशल का विकास: टीना डाबी ने विशेष रूप से अपने लेखन कौशल पर ध्यान दिया। उन्होंने रोज़ाना निबंध, पत्र, और सार लेखन का अभ्यास किया। इससे उनकी लेखन क्षमता में सुधार हुआ और वे परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर पाईं।
- ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग: टीना ने ऑनलाइन उपलब्ध संसाधनों का भी उपयोग किया। उन्होंने विभिन्न वेबसाइट्स, यूट्यूब चैनल्स, और ऑनलाइन कोर्सेज से अतिरिक्त जानकारी और मार्गदर्शन प्राप्त किया।
3. अंशुल गुप्ता (AIR 6, UPSC CSE 2016)
रणनीति:
- व्यक्तिगत नोट्स: अंशुल गुप्ता ने अपनी तैयारी के दौरान व्यक्तिगत नोट्स बनाए। ये नोट्स संक्षेप में थे और परीक्षा के समय त्वरित पुनरावृत्ति के लिए बहुत उपयोगी थे।
- समय प्रबंधन: अंशुल ने अपनी तैयारी में समय प्रबंधन का विशेष ध्यान रखा। उन्होंने प्रत्येक विषय को उचित समय दिया और समय-समय पर अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन किया।
- नियमित अभ्यास: अंशुल गुप्ता ने नियमित रूप से हिंदी भाषा के विभिन्न पहलुओं का अभ्यास किया। इससे उनकी तैयारी मजबूत हुई और आत्मविश्वास बढ़ा।
- मॉक टेस्ट: उन्होंने नियमित रूप से मॉक टेस्ट दिए और अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन किया। इससे उन्हें अपनी कमजोरियों का पता चला और वे उन्हें सुधारने के लिए काम कर सके।
निष्कर्ष
UPSC CSE की तैयारी में टॉपर्स की रणनीतियाँ हमें बहुत कुछ सिखा सकती हैं। अनु कुमारी, टीना डाबी, और अंशुल गुप्ता जैसे टॉपर्स की मेहनत, समर्पण, और स्मार्ट वर्क से प्रेरणा लेते हुए, हम अपनी तैयारी को और भी बेहतर बना सकते हैं। उनकी रणनीतियाँ अपनाकर हम हिंदी भाषा पेपर में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।