UPSC Cse का A to Z पाठ्यक्रम एक ही फाइल में :
प्रारम्भिक परीक्षा (Preliminary Exam)
- सामान्य अध्ययन MCQ प्रश्नपत्र 1
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनाएं ।
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन ।
- भारत एवं विश्व भूगोल - भारत एवं विश्व का प्राकृतिक , सामाजिक , आर्थिक भूगोल ।
- भारतीय राज्यतन्त्र और शासन - संविधान , राजनैतिक प्रणाली , पंचायती राज , लोक नीति , अधिकारों संबंधी मुददे , आदि ।
- आर्थिक और सामाजिक विकास - सतत विकास , गरीबी , समावेशन , जनसांख्यिकी , सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि ।
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी जैव - विविधता और मौसम परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे , जिनके लिए विषयगत विशेषजता मावश्यक नहीं है ।
- सामान्य विज्ञान
- CSAT प्रश्नपत्र 2 ( सिविल सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट )
- बोधगम्यता
- संचार कौशल सहित अंतर - वैयक्तिक कौशल
- तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता ।
- निर्णय लेना और समस्या समाधान ।
- सामान्य मानसिक योग्यता ।
- आधारभूत संख्यनन ( संख्याएं और उनके संबंध , विस्तार क्रम आदि ) ( दसवीं कक्षा का स्तर ) , आंकड़ों का निर्वचन ( चार्ट , ग्राफ , तालिका , आंकड़ों की पर्याप्तता आदि- दसवीं कक्षा का स्तर )
प्रारम्भिक परीक्षा के प्रत्येक प्रश्न पत्र 200 अंक के हैं (100 प्रश्न) जिसमें पहले प्रश्न पत्र के अंकों से ही मुख्य परीक्षा के लिए मैरिट जारी की जाती है जबकि दूसरा CSAT प्रश्नपत्र केवल अर्हक प्रकृति का है जिसमें आपको केवल 33% अंक प्राप्त करने हैं।
अगर आप प्रथम सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र में लगभग 90 से 110 की सीमा तक अंक प्राप्त कर लेते हैं तो आपको मुख्य परीक्षा में बुलाने की संभावनाएं रहती हैं
मुख्य परीक्षा (main exam)
- पेपर 1 : उम्मीदवार द्वारा चुनी गई कोई एक भारतीय भाषा का पेपर
- पेपर 2 : सामान्य अंग्रेजी
अर्हक प्रश्न पत्र
खंड 1:
इनमें 25% (प्रत्येक में 300 में से 75+) अंक लाने होते हैं अन्यथा मुख्य परीक्षा के अन्य प्रश्न पत्रों की जांच नहीं होती है, इन प्रश्न पत्रों के अंक अंतिम परिणाम में नहीं जोड़े जाते है। दोनों प्रश्नपत्रों की परीक्षाएं एक ही दिन में ले ली जाती है।
- निबंध प्रश्न पत्र
वरीयता हेतु जिन प्रश्न पत्रों के अंकों को आधार बनाया जाता है -
खंड 2:
भाषा पेपर देने के बाद Cse मुख्य परीक्षा में एक 250 का निबंध प्रश्न पत्र आता है जिसमें 4-4 विकल्पों के दो निबंध प्रश्न आते है आपको प्रत्येक प्रश्न से एक निबंध लिखना होता है, प्रत्येक निबंध 125 अंक का होता है।
- सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 1
- सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2
- सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3
- सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 4
खंड 3:
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र:
( भारतीय विरासत और संस्कृति , विश्व का इतिहास एवं भूगोल और समाज )
( शासन व्यवस्था, संविधान , शासन - प्रणाली , सामाजिक न्याय तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध )
( प्रौद्योगिकी , आर्थिक विकास , जैव विविधता , पर्यावरण , सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन )
( नीतिशास्त्र , सत्यनिष्ठा और अभिरुचि )
{सभी सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 250-250 अंक के हैं, एक दिन में दो प्रश्न पत्रों की परीक्षाएं होती हैं अर्थात् दो दिन में चारों की।}
- वैकल्पिक विषय प्रश्न पत्र 1
- वैकल्पिक विषय प्रश्न पत्र 2
खंड 4
प्रत्येक वैकल्पिक विषय प्रश्न पत्र 250 अंक का होता है यानी सम्पूर्ण वैकल्पिक विषय 500 अंक का आता है।
इन प्रश्न पत्रों को वैकल्पिक इसलिए कहा जाता है क्योंकि इन प्रश्न पत्रों के लिए आप किसी खास विषय का चयन कर सकते हैं जो कि करना अनिवार्य भी है।
वैकल्पिक विषयों की सूची :
कृषि विज्ञान, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विज्ञान, नृविज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, सिविल इंजीनियर, वाणिज्य शास्त्र तथा लेखा विधि, अर्थशास्त्र, विद्युत इंजीनियर, भूगोल, भू - विज्ञान, इतिहास, विधि, प्रबंधन, गणित, यांत्रिक इंजीनिय, चिकित्सा विज्ञान, दर्शन शास्त्र, भौतिकी, राजनीति विज्ञान तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध, मनोविज्ञान, लोक प्रशासन, समाज शास्त्र, संख्यकी, प्राणी विज्ञान, कोई भारतीय भाषा साहित्य ।
आप 22 में से कोई एक साहित्य भी चुन सकते हैं :
असमिया, बंगाली, बोड़ो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगू, उर्दू, अंग्रेजी ।
मुख्य परीक्षा कुल 1750 अंकों की होती है जिसमें की भाषा प्रश्न पत्रों के अंक नहीं जोड़े जाते है (250 अंक निबंध के, 1000 अंक सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्रों के और 500 अंक वैकल्पिक विषय के)
मुख्य परीक्षा पास करने के लिए लगभग 600 से 800 तक अंक प्राप्त करने होते है जो कि अलग अलग कैटेगरी के लिए अलग अलग रहते हैं।
मुख्य परीक्षा में लगभग दो हजार उम्मीदवारों को पास किया जाता है ।
साक्षात्कार (Interview)
उम्मीदवार का साक्षात्कार एक बोर्ड द्वारा होता है जिसके सामने उम्मीदवार के परिचयवृत्त का अभिलेख रहता है
- यह साक्षात्कार इस उद्देश्य से होता है कि उम्मीदवार लोक सेवा के लिए व्यक्तित्व की दृष्टि से उपयुक्त है या नहीं।
- यह परीक्षा उम्मीदवार की मानसिक क्षमता को जांचने के अभिप्राय से की जाती है।
- इसमें उम्मीदवार की मानसिक सतर्कता, आलोचनात्मक ग्रहण शक्ति, स्पष्ट और तर्कसंगत प्रतिपादन की शक्ति, संतुलित निर्णय की शक्ति, रुचि की विविधता और गहराई, नेतृत्व और सामाजिक संगठनों की योग्यता और नैतिक ईमानदारी की जांच की जा सकती है
साक्षात्कार 250 अंक का होता है जिसमें से लगभग 200 अंक लाने की कोशिश रहती है।
UPSC सिविल सर्विस एग्जाम अंतिम रूप से 2025 अंक का होता है (प्रारम्भिक व अर्हक प्रश्नपत्रों को छोड़कर )।
अगर आप 2025 अंको में से 900 तक अंक प्राप्त करते हैं तो आपकी IAS बनने की संभावनाएं रहती है ।