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UPSC Cse Prelims CSAT decoded syllabus in hindi

UPSC द्वारा जारी किया गया संक्षिप्त पाठ्यक्रम

CSAT पेपर संबंधी टिप्पणियां :-

टिप्पणी 1 : सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा का पेपर-II अर्हक पेपर होगा जिसके लिए न्यूनतम अर्हक अंक 33% निर्धारित किए गए हैं।

टिप्पणी 2 : प्रश्न बहुविकल्पीय, वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे।

टिप्पणी 3 : मूल्यांकन के प्रयोजन से उम्मीदवार के लिए यह अनिवार्य है कि वह सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा के दोनों पेपरों में सम्मिलित हो । यदि कोई उम्मीदवार सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा के दोनों पेपरों में सम्मिलित नहीं होता है तब उसे अयोग्य ठहराया जाएगा।

आधिकारिक पाठ्यक्रम

पाठ्यक्रम में बताई बातों का विस्तार:

बोधगम्यता :-

बोधगम्यता के अन्तर्गत परिच्छेद (comprehension/ passage) पूछे जाते हैं जहां ये परिच्छेद दो प्रकार के आते हैं एक प्रकार के जहां उस परिच्छेद को पढ़कर दिए गए केवल एक बहुविकल्पीय प्रश्न का जवाब चुनना होता है जबकि दूसरे प्रकार के परिच्छेद में 3-4 तर्क निष्कर्ष वाले बहुविकल्पीय प्रश्न एक ही परिच्छेद से पूछ लिए जाते हैं

उदाहरण के लिए click करें

निर्देश (प्र. सं. 1-6) नीचे दिए गए पाँच परिच्छेदों को पढ़िए और परिच्छेदों के नीचे आने वाले प्रश्नांशों के उत्तर दीजिए। इन प्रश्नांशों के आपके उत्तर केवल इन परिच्छेदों पर ही आधारित होने चाहिए।

परिच्छेद 1

भारत में, पिछले दशक अथवा उसके आस-पास, श्रमिक कृषि से हट रहे हैं, परन्तु वे केवल निर्माण तथा गैर-पंजीकृत विनिर्माण, जो कि स्पष्टतः बेहतर रोजगार अवसर नहीं है, में जा रहे हैं। सेवाएँ, जहाँ श्रम की प्रवृत्ति अधिक उत्पादनकारी होती हैं, अतिरिक्त रोजगार अवसर उत्पन्न नहीं कर रही हैं, जिनकी देश को आवश्यकता है। भारत को अगले दशक में लगभग 24 मिलियन नौकरियों की आवश्यकता होगी। नया सेक्टर, ई-व्यापार, रोजगार के अन्तर को अधिक-से-अधिक आधा ही भर पाएगा। केवल वे सेक्टर, जो घरेलू माँग को बढ़ावा देते हैं, जैसे स्वास्थ्य तथा शिक्षा, शेष आधे भाग को सुगमतापूर्वक भर सकते हैं।

1. परिच्छेद में निम्नलिखित में से कौन-सा एक सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण निहितार्थ है?

  1. ग्रामीण से शहरी क्षेत्र में श्रमिकों का प्रवसन कम करने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।
  2. निर्माण तथा गैर-पंजीकृत विनिर्माण में कार्य करने की स्थितियों में सुधार लाना चाहिए
  3. सेवा सेक्टर बेरोजगारी की समस्या को कम करता रहा है
  4. बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए सामाजिक क्षेत्र में खर्च का बढ़ना आवश्यक है

बोधन परीक्षण के अन्तर्गत पूछे जाने वाले परिच्छेद विभिन्न विषयों जैसे- इतिहास, भूगोल, पर्यावरणीय सन्दर्भों, कला एवं संस्कृति, अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय महत्त्व के अनेक उपविषयों, इत्यादि पर आधारित होते हैं।

परिच्छेदों की विषयवस्तु किसी विषय विशेष की परम्परागत जानकारी के बजाय उसके यथार्थवादी अवयवों, आधुनिक सन्दर्भों और समसामयिक प्रकरणों पर ज्यादा बल देती है।

अर्थव्यवस्था के राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय पहलू, पर्यावरणीय चिन्ता एवं समाधान, दर्शनशास्त्र का सामाजिक सरोकार तथा भाषागत विशिष्टता से युक्त कलात्मकता, से पूछे जाने वाले परिच्छेदों की सामान्य विशेषता रही है।

संचार कौशल सहित अंतर वैयक्तिक कौशल

निर्णय लेना और समस्या समाधान

सामान्य मानसिक योग्यता

आधारभूत संख्यनन

समंकों की व्याख्या एवं पर्याप्तता

तार्किक अभियोग्यता एवं विश्लेषणात्मक योग्यता






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