UPSC शॉर्ट नोट्स मैकिंग गाइडेंस
UPSC की तैयारी में शॉर्ट नोट्स बनाना एक प्रभावी और आवश्यक प्रक्रिया है जो आपके अध्ययन को संरचित और संगठित बनाता है। यह ब्लॉग आपको शॉर्ट नोट्स बनाने के सर्वोत्तम तरीकों, रणनीतियों, और उदाहरणों के बारे में बताएगा। शॉर्ट नोट्स की सहायता से आप विषयों को आसानी से समझ सकते हैं और रिवीजन के समय इन्हें तेजी से याद कर सकते हैं। यहां हम UPSC टॉपर्स के अनुभव और उनकी शॉर्ट नोट्स बनाने की विधियों पर भी चर्चा करेंगे।
अधिकतर टॉपर्स यही सलाह देते हैं कि आप शॉर्ट नोट्स या सांकेतिक नोट्स बनाओ, नहीं तो परीक्षा के दिनों में इतना सारा मटेरियल हो जाएगा कि आप रिवाइज भी नहीं कर पाएंगे। और मेरी राय में अधिकतर एस्पिरेंट्स भी यही चाहते हैं कि वे शॉर्ट नोट्स ही बनाएं। लेकिन दुविधा ये है कि वो ऐसा कर नहीं पाते या कोशिश भी करते हैं तो इतने बकवास नोट्स बनाते हैं कि जब रिवीजन का समय आता है तो उन्हें खुद समझ नहीं आता कि उन्होंने लिखा क्या है 🙂.
शॉर्ट नोट्स कैसे बनाएं
आगे बढ़ने से पहले ध्यान रहे कि पहले प्रीलिम्स के शॉर्ट नोट्स बनाने है फिर मैंस के, क्योंकि आंकड़े, फैक्ट्स आदि टू द प्वाइंट चीजे ज्यादा प्रीलिम्स में ही काम आती है फिर उन्हीं को मैंस में यूज करते हैं। प्री में ज्यादा विस्तृत टॉपिक्स से सवाल आते हैं इसलिए नोट्स भी विस्तृत टॉपिक्स के बनाए जाते हैं जबकि मैंस में उन्हीं विस्तृत टॉपिक्स से छांटकर कुछ ही टॉपिक्स को मैंस नोट्स में एड करते हैं। मैंस का तो बस उत्तर लिखने का अपना एक मॉडल होता है बाकी फैक्ट और आंकड़े तो प्रीलिम्स के ही काम आते हैं। आगे आपकी इच्छा जैसे चाहो बनाओ।
- सबसे पहले तो ये निश्चित करें कि क्या आपने पिछले वर्षों के प्रश्नों का विश्लेषण कर उस विषय के लिए महत्वपूर्ण टॉपिक्स छांट लिए हैं जिनके शॉर्ट नोट्स आपको बनाने हैं।
- उसके पश्चात आप कुछ टॉपर्स के शॉर्ट नोट्स देखें कि उन्होंने शॉर्ट नोट्स कैसे बनाएं है। चाहो तो टॉपर्स टॉक भी देख सकते हो।
- फिर जिस टॉपिक पर नोट्स बनाने हैं उसे एक रफ कॉफी में लिखे और फिर लिखें कि उस टॉपिक्स में आपको क्या क्या लिखना और ये टॉपिक किस किस विषय से एवं किन प्रश्नपत्रों से जुड़ा है। इससे इस टॉपिक की सारी बातें भी कवर हो जाएगी और आपका दिमाग भी स्पष्ट रहेगा कि क्या कवर करना है, कितना कवर करना है।
- अब नोट्स बनाने शुरू कर दो। हां बस शुरू कर दो। क्योंकि कई बार "कैसे बनाने हैं" के चक्कर में इतना समय खराब कर देते हैं कि उतने में उस टॉपिक के आप दो बार नोट्स बना लेते।
- लेकिन ध्यान रहे, कि नोट्स में केवल वही चीजें लिखो जो pyq बेस्ड हो, जिन्हे देखते ही आपको पूरा टॉपिक याद आ जाए या उन बातों को लिखो जो आप जल्दी भूल सकते हो। आंकड़े या 2-3 लाइन की परिभाषाएं लिखो, कोई कानून हो तो लिखो, किसी संस्था का नाम हो तो लिखो, कोई ख़ास धारा या अनुच्छेद हो तो लिखो, कोई खास रिपोर्ट हो तो लिखो। लेकिन लिखो वही जो खास हो।
- शॉर्ट नोट्स ऑनलाइन ही बनाओ क्योंकि आपको उन्हे बार बार अपडेट करने की जरूरत पड़ेगी। एक बात आपको गांठ बांध लेनी पड़ेगी कि आप चाहे कितनी ही मेहनत कर ले पहली बार में परफैक्ट नोट्स नहीं बनने वाले। उन्हे अंत तक अपडेट करते रहना पड़ेगा, उनमें अधिक से अधिक वैल्यू डालते रहना पड़ेगा, करेंट से अपडेट करते रहना पड़ेगा।
- शॉर्ट नोट्स प्री एवं मैंस के अलग अलग ही बनाने हैं क्योंकि दोनों के फॉक्स टॉपिक्स अलग अलग है, दोनों में प्रश्न अलग अलग प्रकार के आते हैं। हालांकि ऐसा नही है कि प्रीलिम्स के नोट्स केवल प्रीलिम्स के लिए होंगे, वो मैंस में भी काम आएंगे। यहां तक कि मैंस के नोट्स प्रीलिम्स के नोट्स के आधार पर ही बनेंगे। इसलिए अगर आप प्री और मैंस के शॉर्ट नोट्स एकसाथ बनाना चाहते भी हैं तो पहले आपको प्रीलिम्स के नजरिए से नोट्स बनाने होंगे फिर मैंस के नजरिए से अलग से बातें एड करनी होगी। ऐसा बहुत से टॉपर्स ने किया भी है।
शॉर्ट नोट्स बनाने के टिप्स
- महत्वपूर्ण जानकारी पर ध्यान दें: केवल महत्वपूर्ण तथ्यों और सिद्धांतों पर ध्यान दें, जो परीक्षा में पूछे जाने की संभावना है।
- संक्षिप्त भाषा का उपयोग करें: संक्षिप्त और स्पष्ट भाषा का उपयोग करें, जिससे आपको जल्दी से नोट्स पढ़ने और याद करने में मदद मिलेगी।
- हेडिंग और उप-हेडिंग का उपयोग करें: हेडिंग और उप-हेडिंग का उपयोग करके अपने नोट्स को व्यवस्थित करें, जिससे आपको जल्दी से महत्वपूर्ण जानकारी ढूंढने में मदद मिलेगी।
- बुलेट पॉइंट्स का उपयोग करें: बुलेट पॉइंट्स का उपयोग करके अपने नोट्स को छोटे और प्रबंधनीय हिस्सों में विभाजित करें।
- रंगों का उपयोग करें: रंगों का उपयोग करके अपने नोट्स को आकर्षक और यादगार बनाएं।
- नियमित रूप से समीक्षा करें: अपने नोट्स को नियमित रूप से समीक्षा करें, जिससे आपको महत्वपूर्ण जानकारी याद रखने में मदद मिलेगी।
- अपने नोट्स को अद्यतन रखें: अपने नोट्स को अद्यतन रखें, जिससे आपको नवीनतम जानकारी मिलेगी।
UPSC प्रीलिम्स और मेन्स के लिए शॉर्ट नोट्स
प्रीलिम्स नोट्स कैसे बनाएं:
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- सिलेबस को समझें:
- सबसे पहले, UPSC CSE प्रीलिम्स का सिलेबस ध्यान से पढ़ें और समझें।
- पिछले वर्षों के प्रश्नों का विश्लेषण कर कुछ कीवर्ड्स निकाले, टॉपिक्स निकले, फिर उन कीवर्ड्स से खुद का सिलेब्स बनाएं।
- सिलेबस के प्रत्येक टॉपिक के लिए नोट्स बनाने की योजना बनाएं।
- प्रमुख स्रोतों का चयन करें:
- NCERT किताबें: ये बुनियादी जानकारी के लिए सबसे अच्छी हैं।
- मानक संदर्भ किताबें: जैसे कि इतिहास के लिए बिपिन चंद्रा, राजनीति के लिए लक्ष्मीकांत, भूगोल के लिए G.C. Leong आदि।
- अखबार और पत्रिकाएं: विशेष रूप से 'द हिन्दू' और 'योजना', 'कुरुक्षेत्र' पत्रिकाएं।
- संक्षेप में लिखें:
- केवल महत्वपूर्ण बिंदुओं और तथ्यों को शामिल करें।
- लंबी परिभाषाओं या विस्तृत व्याख्यानों को छोटा करें और प्रमुख शब्दों या वाक्यों का उपयोग करें।
- संरचना और संगठन:
- टॉपिक्स के अनुसार नोट्स को व्यवस्थित करें। उदाहरण के लिए, इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था आदि।
- बुलेट पॉइंट्स, टेबल्स, डायग्राम्स और फ्लोचार्ट्स का उपयोग करें ताकि जानकारी स्पष्ट और संक्षिप्त हो।
- रीविजन के लिए तैयार करें:
- नोट्स को इस तरह बनाएं कि वे जल्दी से रिवाइज किए जा सकें।
- महत्वपूर्ण तथ्यों, तिथियों, नामों और घटनाओं को हाइलाइट करें।
- प्रैक्टिस क्वेश्चन्स से तथ्य शामिल करें:
- महत्वपूर्ण टॉपिक्स के अंत में प्रैक्टिस क्वेश्चन्स में जो जानकारियां महत्वपूर्ण लगे उन्हे अपने शॉर्ट नोट्स में शामिल करें।
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को देखें और उनके उत्तर नोट्स में शामिल करें।
- रिविजन और अपडेट:
- नियमित रूप से अपने नोट्स को रिवाइज करें।
- नई जानकारी या महत्वपूर्ण अपडेट को नोट्स में शामिल करें।
- डिजिटल और मैनुअल नोट्स:
- यदि संभव हो तो डिजिटल नोट्स बनाएं, ताकि उन्हें आसानी से अपडेट किया जा सके और कहीं भी एक्सेस किया जा सके।
- मैनुअल नोट्स भी प्रभावी हो सकते हैं, विशेष रूप से यदि आपको हाथ से लिखना पसंद है।
मैंस शॉर्ट नोट्स
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- मैंस के शॉर्ट नोट्स प्रीलिम्स से अलग तरह के बनेंगे। इसमें हर टॉपिक के ऐसे कीवर्ड्स होंगे जिससे आप इस टॉपिक से आए किसी भी सवाल का 250 शब्दों में फटाफट जवाब लिख सको, आपको परीक्षा हॉल में सोचना ना पड़े।
- हालांकि मैंस में भी परिभाषाएं, तथ्य, आंकड़े इत्यादि की आवश्यकता होती है लेकिन उनके लिए कोई अलग से मेहनत नहीं की जाती, प्रीलिम्स के तथ्यों को ही मैंस में काम में लिया जाता है।
- मैंस शॉर्ट नोट्स में कीवर्ड की 2 लाइन की परिभाषा लिख ली जाती है फिर उस टॉपिक्स से किसी प्रश्न के आने पर आप क्या क्या बाते उत्तर में लिखेंगे केवल उसी जानकारी शॉर्ट नोट्स में लिखनी चाहिए। जिससे की आप उसे परीक्षा के पहले दिन रिवाइज कर सके। संपूर्ण जानकारी के लिए अलग से पहल ही विस्तृत नोट्स बना लिए जाते हैं।
- अपने शॉर्ट नोट्स में डायग्राम, माइंड मैप्स, भूगोल मैप्स, सारणियां, रिपोट्स, सर्वेक्षण, न्यूज आदि को जगह दें।
- शॉर्ट नोट्स में केवल वही चीजें लिखे जो आप लास्ट तक याद रख सकें।
- उत्कृष्ट शॉर्ट नोट्स के लिए विषयवस्तु को समझें, महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान दें, संक्षिप्त भाषा का उपयोग करें, हेडिंग और उप-हेडिंग का उपयोग करें, बुलेट पॉइंट्स का उपयोग करें।
- लास्ट लेकिन सबसे महत्वपूर्ण, upsc मैंस शॉर्ट नोट्स बनाने से पहले टॉपर्स के शॉर्ट नोट्स जरूर देखें, उनसे आपको बहुत बहुत ज्यादा गाइडेंस मिलेगा कि शॉर्ट नोट्स कैसे बनाएं, कितना विस्तार दें, कैसे शब्दों का प्रयोग करें,किसी विषय के शॉर्ट नोट्स कितने पेज में बनाएं आदि आदि।
टॉपर्स शॉर्ट नोट्स कैसे बनाते हैं उदाहरण
टॉपर्स प्रीलिम्स शॉर्ट नोट्स मॉडल फ्रेमवर्क
- नागरिकता; अनु 5 लागू समय, 6 आए, 7 गए, 8 मूल के बाहर, 9 बाहरी नागरिक नागरिक नहीं।। संविधान में नागरिकता अर्जन व निरसन का प्रावधान नहीं, भारतीय नागरिकता अधिनियम 1955 द्वारा किया गया( भारत में जन्म से नागरिकता केवल, तब माता पिता में से 1 नागरिक हो), अनु 10 से नागरिकता की निरंतरता व संसदीय विधान (11) से ही नागरिकता छीनी जा सकती अन्य रीती से नहीं, अपराधी भी नागरिक, निगम कानूनी व्यक्ति/ नागरिक नहीं - अधिकारों के लाभ नागरिक तक।
- अनु 12: राज्य की परिभाषा,, विधिक संस्थाएं और निजी संस्थाएं भी जो सरकार का कार्य कर रही हो राज्य है, न्यायालय भी राज्य है पर उनका अधिकारों का उल्लंघन उल्लंघन नहीं।
- अनु 13(4): अधिकार विरोधी विधियां शून्य 368 पर लागू नहीं।
- अनु 14: विधि के समक्ष समता व विधियों का समान संरक्षण,, अपवाद (राष्ट्रपति, राज्यपाल, सत्राधीन सांसद व विधेयक,- वहां का रिपोर्टर, विदेशी राजनयिक, अनु 31 ग)
टॉपर्स मैंस शॉर्ट नोट्स मॉडल फ्रेमवर्क
आय असमानता के कारण
- बेरोजगारी और बेरोजगारी और परिणामस्वरूप श्रम की कम उत्पादकता है।
- कृषि क्षेत्र में खराब वृद्धि।
- महिलाएं पितृसत्तात्मक संरचनाओं के कारण अर्थव्यवस्था से बाहर चली गई।
- राजनीति और कॉर्पोरेट सांठगांठ ।
- उच्च-वेतन वाले कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि निरपेक्ष रूप से कम वेतन वाले कर्मचारियों की तुलना में अधिक है। नई सूचना प्रौद्योगिकी ने कौशल प्रीमियम को बढ़ाने में केंद्रीय भूमिका ।
- उच्च कर चोरी और परिहार और समानांतर अर्थव्यवस्था को जन्म देना।
- आर्थिक सर्वेक्षण बताते हैं कि रेलवे किराया, डीजल, पेट्रोल इत्यादि पर सब्सिडी गरीबों की तुलना में अधिक लाभान्वित करती है।
समावेशी विकास और स्थिरता
- महिलाएं: महिलाएं देश की आबादी का 49.5% हिस्सा हैं और IMF के अनुसार कार्यबल और आर्थिक गतिविधियों उनका समावेश GDP में 27% की वृद्धि करेगा।
- किसान: भारत में, आधी से अधिक आबादी कृषि गतिविधियों पर निर्भर है। खाद्य सुरक्षा और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के विकास के लिए विकास का लाभ प्रदान करके किसान को शामिल करना आवश्यक है। इससे किसान की आय 2022 तक दोगुनी हो जाएगी।
- युवा: भारत के 62.5% लोगों के लिए काम करने की आयु समूह 15-59 वर्ष है। देशों में युवाओं को कौशल और प्रदान करके आर्थिक यात्रा में करना दीर्घकालिक आर्थिक विकास में बहुत योगदान देगा।
- गरीबः खाद्य सुरक्षा और रोजगार के अवसर बेहतर पोषक तत्वों का सेवन करते हैं जो अंततः राष्ट्र को एक स्वस्थ कार्यबल प्रदान करता है।
- क्षेत्रीय विशिष्टताः कुछ सामाजिक समूहों और क्षेत्रों को दशकों से छोड़ दिया गया है और उन्हें समर्थन की आवश्यकता है। इससे उग्रवादी और अलगाववादी प्रवृत्ति अस्थिरता पैदा करते हैं।
- आदिवासीः जनजातीय क्षेत्रों में जहां आर्थिक विकास के लिए विकास कार्यक्रम आदिवासी आबादी की सांस्कृतिक भावनाओं के विरोध में आते हैं, जो सामाजिक स्थिरता को बाधित करता है।
upsc की तैयारी में शॉर्ट नोट्स के फायदे
- समय बचत: शॉर्ट नोट्स आपको महत्वपूर्ण जानकारी को जल्दी से पढ़ने और याद करने में मदद करते हैं, जिससे आपका समय बचता है।
- बेहतर याददाश्त: शॉर्ट नोट्स आपको महत्वपूर्ण जानकारी को बेहतर ढंग से याद रखने में मदद करते हैं, क्योंकि वे संक्षिप्त और स्पष्ट होते हैं।
- व्यवस्थित जानकारी: शॉर्ट नोट्स आपको जानकारी को व्यवस्थित करने में मदद करते हैं, जिससे आपको महत्वपूर्ण विषयों को ढूंढने में आसानी होती है।
- नियमित रूप से समीक्षा: शॉर्ट नोट्स आपको नियमित रूप से समीक्षा करने में मदद करते हैं, जिससे आपको महत्वपूर्ण जानकारी याद रखने में मदद मिलती है।
- परीक्षा में आत्मविश्वास: शॉर्ट नोट्स आपको परीक्षा में आत्मविश्वास दिलाते हैं, क्योंकि आपको पता होता है कि आपने महत्वपूर्ण जानकारी को अच्छी तरह से तैयार किया है।
- त्वरित संदर्भ: शॉर्ट नोट्स आपको त्वरित संदर्भ प्रदान करते हैं, जिससे आपको परीक्षा में महत्वपूर्ण जानकारी को जल्दी से ढूंढने में मदद मिलती है।
इन चरणों का पालन करके, आप यूपीएससी शॉर्ट नोट्स बना सकते हैं जो आपको परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में मदद करेंगे।