भारत में चलने वाले नोट और सिक्कों की पूरी गाइड – वैध मुद्रा क्या है?
भारत की मुद्रा प्रणाली भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारत सरकार के संयुक्त प्रयासों द्वारा संचालित होती है। यह व्यवस्था न केवल लेन-देन की वैधता सुनिश्चित करती है बल्कि देश की मौद्रिक स्थिरता का मूल आधार भी है।
यह लेख/नोट्स भारतीय मुद्रा की संरचना, कानूनी वैधता, निर्माण प्रक्रिया और वितरण व्यवस्था को तथ्यों के आधार पर समझाने का प्रयास करता है।
1. वैध मुद्रा क्या है?
- वैध मुद्रा वह सिक्का अथवा बैंकनोट है जो कानूनी रूप से कर्ज अथवा देयता के बदले दी जा सकती है, और सरकार ने स्वीकार्य घोषित किया है।
- एक रुपया से कम मूल्यवर्ग को छोड़कर किसी भी सिक्के को एक हजार रुपये तक की किसी भी राशि के संबंध में वैध मुद्रा माना जाएगा ।
- पचास पैसे (आधा रुपया) का सिक्का, दस रुपये तक की राशि के लिए वैध मुद्रा होगा ।
- किसी को भी उल्लिखित सीमा से अधिक सिक्के स्वीकार करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता, किंतु स्वेच्छा से उक्त सीमा से अधिक सिक्के स्वीकार करने पर रोक नहीं है ।
2. वैध बैंकनोट
- भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी प्रत्येक बैंकनोट (₹2, ₹5, ₹10, ₹20, ₹50, ₹100, ₹200 तथा ₹500), जब तक कि उसे संचलन से वापस न ले लिया जाए, उसमें उल्लिखित राशि के लिए भुगतान अथवा अग्रिम के तौर पर भारत में वैध होगा, तथा भारत सरकार द्वारा प्रत्याभूत होगा ।
- भारत सरकार द्वारा जारी ₹1 के नोट भी वैध मुद्रा होंगे ।
- वर्तमान में भारत में 50 पैसे, एक रुपया, दो रुपये, पाँच रुपये, दस रुपये तथा बीस रुपये के मूल्यवर्ग के सिक्के जारी किए जा रहे हैं ।
- सिक्का निर्माण अधिनियम, 2011 के तहत ₹1000 तक के मूल्यवर्ग के सिक्के जारी किए जा सकते हैं
3. बंद किए गए नोटों की स्थिति
- ₹2 और ₹5 के नोटों का मुद्रण बंद कर दिया गया है, लेकिन ये अभी भी वैध मुद्रा हैं।
- ₹1 के नोट समय-समय पर भारत सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं तथा पूर्व में जारी किए गए नोटों सहित इस प्रकार के नोट लेन-देन के लिए वैध मुद्रा बने हुए हैं ।
4. नोटों और सिक्कों का निर्माण कहाँ होता है?
▫ बैंक नोटों की छपाई:
बैंक नोटों को चार मुद्रणालयों में मुद्रित किया जाता है । इसमें से दो का स्वामित्व उसके निगमों –सिक्यूरिटी प्रिंटिंग एंड मिंन्टिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसपीएमसीआईएल) के माध्यम से भारत सरकार के पास है, तथा दो का स्वामित्व उसके पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी संस्था, भारतीय रिज़र्व बैंकनोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड (बीआरबीएनएमपीएल) के माध्यम से भारतीय रिज़र्व बैंक के पास है ।
एजेंसी | स्थान |
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SPMCIL (भारत सरकार) | नासिक, देवास |
BRBNMPL (RBI की सहायक) | मैसूर, सालबोनी |
▫ सिक्कों की ढलाई:
- SPMCIL के अंतर्गत चार टकसाल:
- मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता, नोएडा
नोट: भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम की धारा 38 के अनुसार, सिक्के केवल RBI के माध्यम से ही संचलन में लाए जाते हैं।
5. मुद्रा तिजोरी (Currency Chest)
- बैंक नोटों तथा रुपये के सिक्कों के वितरण को सुगम बनाने के लिए रिजर्व बैंक ने चयनित अनुसूचित बैंकों को मुद्रा तिजोरी की स्थापना करने हेतु प्राधिकृत किया है ।
- ये ऐसे भण्डारगृह हैं जहां बैंक नोटों तथा सिक्कों को भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से उनके परिचालन क्षेत्र में आने वाली बैंक शाखाओं में वितरित करने के लिए भंडारण किया जाता है ।
6. छोटे सिक्का डिपो क्या है
- 50 पैसे तक के सिक्कों को “छोटे सिक्के” कहा जाता है तथा एक रुपया और इससे अधिक के सिक्कों को “रुपया सिक्का” कहा जाता है ।
- एक रुपये से कम के सिक्कों को संग्रहित और वितरित करने के लिए RBI ने कुछ बैंकों को छोटे सिक्का डिपो संचालित करने हेतु अधिकृत किया है।
7. मुद्रा प्रबंधन में सरकार एवं RBI की भूमिका
प्रावधान | भूमिका |
---|---|
धारा 22 | नोटों के निर्गम का विशेषाधिकार एकमात्र RBI को है। |
धारा 25 | बैंकनोट की रूपरेखा (डिजाइन), स्वरूप और सामग्री भारतीय रिज़र्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड की अनुसंशा पर विचार करने के उपरांत केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदन के अनुरूप होगी । |
सिक्कों के लिए | सिक्कों के संबंध में, भारतीय रिज़र्व बैंक की भूमिका भारत सरकार द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले सिक्कों के वितरण करने तक सीमित है । सिक्का निर्माण अधिनियम, 2011 के अनुसार विभिन्न मूल्यवर्ग के सिक्कों की रूपरेखा तैयार करने (डिजाइनिंग) तथा ढलाई की जिम्मेदारी भारत सरकार की है। |
10. MANI ऐप (Mobile Aided Note Identifier)
- दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए RBI द्वारा विकसित ऐप।
- इसका उद्देश्य केवल मूल्यवर्ग की पहचान कराना है, यह नोट के असली या नकली होने की पहचान नहीं करता।
11. अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- RBI अधिनियम के अनुसार ₹10,000 तक के मूल्यवर्ग के नोट जारी किए जा सकते हैं।
- मौजूदा बैंकनोट कॉटन बेस्ड (रूई से बने) होते हैं।
- नोटों पर हिंदी, अंग्रेजी के अतिरिक्त 15 अन्य भारतीय भाषाएं भी होती हैं।
- कभी-कभी नोटों के सीरियल नंबर समान हो सकते हैं, लेकिन:
- Inset letter
- Printing year
- Governor’s signature
12. स्टार सीरीज बैंकनोट
- 100 नोटों के पैकेट में यदि कोई नोट दोषपूर्ण पाया जाता है, तो उसकी जगह ★ स्टार सीरीज वाला नया नोट रखा जाता है।
13. बैंक नोटों की वैधता का समर्थन
- भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 33 के अनुसार:
- सभी बैंक नोट स्वर्ण, सरकारी प्रतिभूतियों एवं विदेशी मुद्रा आस्तियों द्वारा समर्थित होते हैं।
भारतीय मुद्रा प्रणाली, चाहे वह ₹1 का सिक्का हो या ₹2000 का नोट, संविधान, अधिनियमों और संस्थागत प्रक्रियाओं द्वारा पूर्ण रूप से संरक्षित है।
RBI और भारत सरकार की स्पष्ट भूमिकाएं, नोटों-सिक्कों की सीमाएं और निर्माण व्यवस्था इस बात का प्रमाण हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था का मौद्रिक ढांचा सशक्त और पारदर्शी है।