UPSC की तैयारी के लिए NCERT के शॉर्ट नोट्स कैसे बनाएं, टॉपर्स गाइड
NCERT किताबें UPSC परीक्षा की नींव है ये किताबें बेसिक ज्ञान का एक महत्वपूर्ण संसाधन हैं। लेकिन अक्सर छात्रों को समझ नहीं आता कि एनसीईआरटी नोट्स कैसे बनाएं जो यूपीएससी की परीक्षा में मदद करें। आइये जानें कि कैसे आप कम समय में प्रभावी नोट्स बना सकते हैं और कितनी बार उन्हें पढ़कर बेहतर तैयारी कर सकते हैं।
NCERT से नोट्स बनाने की रणनीति:
- विषय चयन: सबसे पहले, यूपीएससी सिलेबस को देखें और महत्वपूर्ण विषयों की पहचान करें। एनसीईआरटी किताबें जो यूपीएससी के लिए महत्वपूर्ण हैं उनमें भारतीय इतिहास, भारतीय राजनीति, भूगोल, अर्थशास्त्र, विज्ञान और पर्यावरण शामिल हैं।
- नोट्स बनाने की रणनीति: प्रत्येक अध्याय को पढ़ें और महत्वपूर्ण बिंदुओं को नोट करें। अपने नोट्स को संक्षिप्त और संरचित रखें।
- समय प्रबंधन: नोट्स बनाने के लिए समय सीमा निर्धारित करें। प्रतिदिन 2-3 घंटे नोट्स बनाने के लिए समर्पित करें।
- नोट्स की समीक्षा: नोट्स को नियमित रूप से समीक्षा करें और महत्वपूर्ण बिंदुओं को दोहराएं।
- पुनरावृत्ति: नोट्स को कम से कम 3-4 बार पढ़ें ताकि आप महत्वपूर्ण जानकारी को याद रख सकें।
1. NCERT की किताबों का चयन
UPSC की परीक्षा के लिए NCERT की निम्नलिखित किताबें विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं: UPSC syllabus ↗
- 9वीं और 10वीं कक्षा की किताबें:
- इतिहास
- भूगोल
- राजनीति विज्ञान
- अर्थशास्त्र
- 11वीं और 12वीं कक्षा की किताबें:
- भारत का इतिहास
- भारतीय राजनीति
- समाजशास्त्र
- भूगोल
- विज्ञान
2. शॉर्ट नोट्स कैसे बनाएं
- मुख्य बिंदुओं की पहचान करें: पढ़ाई करते समय, हर चैप्टर से मुख्य बिंदुओं और महत्वपूर्ण तथ्यों को नोट करें। इससे आपको सामग्री को संक्षेप में समझने में मदद मिलेगी।
- फ्लैशकार्ड्स का उपयोग करें: महत्वपूर्ण तारीखें, परिभाषाएँ, और आंकड़े फ्लैशकार्ड्स पर लिखें। इससे त्वरित पुनरावलोकन में मदद मिलेगी।
- आरेख और चार्ट्स बनाएं: किसी भी प्रक्रिया या अवधारणा को आरेख या चार्ट के रूप में प्रस्तुत करें। यह जटिल विचारों को सरल बनाने में सहायक हो सकता है।
- समसामयिक घटनाओं से जोड़ें: अपने नोट्स में समसामयिक घटनाओं को जोड़ें जो NCERT सामग्री से संबंधित हों। इससे आपके नोट्स ज्यादा प्रासंगिक और अद्यतित रहेंगे।
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3. कितनी बार पढ़ें
- पहला रिवीजन: नोट्स को बनाने के तुरंत बाद एक बार पढ़ें। यह सुनिश्चित करता है कि आपने जो लिखा है, वह आपकी समझ के अनुसार है।
- दूसरा रिवीजन: नोट्स बनाने के बाद एक सप्ताह के भीतर दोबारा पढ़ें। इससे आपकी जानकारी को मस्तिष्क में स्थिर किया जा सकता है।
- तीसरा रिवीजन: प्रत्येक महीने में एक बार पुनरावलोकन करें। इससे दीर्घकालिक याददाश्त को मजबूत किया जा सकता है।
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5. नोट्स बनाने में कितना समय लगाना चाहिए
- प्रारंभिक चरण में: हर विषय पर एक से दो सप्ताह का समय दें ताकि आप अच्छी तरह से समझ सकें और नोट्स तैयार कर सकें।
- रिवीजन चरण में: नोट्स की रिवीजन में प्रति सप्ताह एक से दो घंटे का समय दें। यह सुनिश्चित करता है कि आप समय-समय पर सामग्री की पुनरावृत्ति कर सकें।
6. एनसीईआरटी नोट्स बनाने के लाभ
- आपका बेस मजबूत होता है
- ncert में कांसेप्ट अच्छे से दिए गए होते हैं जो नए एस्पिरेंट्स के लिए समझने में आसान रहते हैं।
- ncert में जानकारी ऑथेंटिक होती है
- ncert में केवल महत्वपूर्ण जानकारी होती है, जिससे आप इधर उधर के कचरे को पढ़ने से बच जाते हैं।
- upsc के अधिकतर सवाल ncert पर ही आधारित होते हैं।
7. कुछ अतिरिक्त टिप्स:
- नोट्स को रंगीन बनाएं: रंगीन हाइलाइटर और पेन का उपयोग करके नोट्स को अधिक आकर्षक बनाएं।
- मित्रों के साथ चर्चा करें: नोट्स बनाने के दौरान अपने मित्रों के साथ चर्चा करें ताकि आप एक-दूसरे से सीख सकें।
- ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करें: ऑनलाइन उपलब्ध संसाधनों जैसे कि वीडियो लेक्चर, मॉक टेस्ट का उपयोग करें।
- नियमित रूप से स्वयं का परीक्षण करें: नोट्स बनाने के बाद स्वयं का परीक्षण करें ताकि आप अपनी कमजोरियों को पहचान सकें।
निष्कर्ष
NCERT से शॉर्ट नोट्स बनाना UPSC की तैयारी में महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। सही तरीके से और नियमित रूप से नोट्स बनाने और पढ़ने से आप अपने अध्ययन को प्रभावी और संगठित बना सकते हैं। याद रखें कि निरंतरता और नियमितता ही सफलता की कुंजी है।
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