AspirantsWay

विदेशी निवेश (Foreign Investment)


विदेशी निवेश से अर्थ किसी उद्योग में विदेशी सरकार, संस्था या समुदाय द्वारा पूंजी के लगाये जाने से है।

विदेशी निवेश केवल INR (भारतीय रुपए) में ही हो सकता है इसके लिए वो अधिकृत बैंक से भारतीय रूपए खरीदते हैं। यही कारण है कि FDI बढ़ने से भारतीय रुपए मजबूत होता है।

भारत में विदेशी वित्तीय निवेश (Foreign Financial Investment):

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI: Foreign Direct Investment)

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI)

विदेशी संस्थागत निवेश (FII: Foreign Institutional Investment)

पात्र विदेशी निवेशक (QFIs: Qualified Foreign Investor)

Registered Foreign Portfolio Investor (RFPIs)

Unregistered Foreign Portfolio Investor (UFPI)

पार्टिसिपेटरी नोट्स (Participatory Notes: PN)

बाह्य वाणिज्यिक उधारी (ECB)


भारत में विदेशी निवेश के लिए पात्रता

प्रवासी भारतीयों के लिए NRE / FCNR / NRO अकाउंट

1. NRE अकाउंट (Non-Resident External Account)

2. FCNR अकाउंट (Foreign Currency Non-Resident Account)

3. NRO अकाउंट (Non-Resident Ordinary Account)

निवेश से संबंधित शब्दावली

हेज फंड:

निवेश, निवेशक प्रकार इत्यादि विस्तार से पढ़ें ↗
विदेशी निवेश के लिए उपलब्ध विकल्प, प्रतिबंधित क्षेत्र, किस क्षेत्र में कितना FDI अनुमत आदि विस्तार से पढ़ें ↗
भारत में सरकारी निवेश, निवेश मॉडल, विनिवेश, निवेश व विनिवेश के चरण, एवं वर्तमान परिदृश्य विस्तार से पढ़ें ↗
राष्ट्रीय निवेशकों के पास उपलब्ध विकल्पों को विस्तार से पढ़ें ↗
भारत सरकार की सभी निवेश योजनाओं को विस्तार से पढ़ें ↗